धर्मशाला, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने सोमवार को परमाणु हथियारों पर रोक लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध संधि को सराहा, जो कि अगले साल जनवरी में प्रभावी हो जाएगी।
उन्होंने संघर्षों को सुलझाने के लिए अधिक प्रबुद्ध और सभ्य व्यवस्था खोजने के लिए इसे सही दिशा में एक कदम कहा।
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता दलाई लामा ने एक बयान में कहा, सभी परमाणु हथियारों के उन्मूलन के लिए एक प्रचारक के रूप में, मैं इस तथ्य का स्वागत करता हूं कि परमाणु हथियारों के निषेध पर संधि अब 50 देशों द्वारा अनुमोदित की गई है और यह अगले साल जनवरी से लागू होगी।
उन्होंने कहा, यह वास्तव में ऐतिहासिक है और मानवता के भविष्य के लिए अच्छा है। संघर्षों को हल करने के लिए अधिक प्रबुद्ध और सभ्य व्यवस्था खोजने के लिए यह सही दिशा में एक कदम है।
दलाई लामा ने कहा, मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस संधि के लागू होने से इन खतरनाक हथियारों के साथ और हमारी दुनिया में वास्तविक और स्थायी शांति को सुरक्षित रखने के लिए और भी अधिक ठोस प्रयासों में योगदान मिलेगा।
आध्यात्मिक नेता ने कहा, यह मेरा विश्वास है कि हमारी पीढ़ी मानव इतिहास में एक नए युग की दहलीज पर पहुंच गई है। क्योंकि हम सभी अन्योन्याश्रित (इन्टर्डिपेन्डन्ट) हैं। हमारे विशाल और विविध मानव परिवार को शांति से रहना चाहिए।
बौद्ध भिक्षु ने कहा, मैं संयुक्त राष्ट्र और संबंधित राष्ट्रों की सराहना करता हूं, जिन्होंने इस संधि को संभव बनाया है। यह सार्वभौमिक जिम्मेदारी है, जो मानवता की मौलिक एकता को मान्यता देती है।
उन्होंने कहा कि दुनिया ने अब और अधिक शांतिपूर्ण भविष्य की दिशा में पहला सकारात्मक कदम उठाया है।
आध्यात्मिक नेता ने कहा, एक परमाणु-मुक्त दुनिया सभी के हित में है।
दलाई लामा ने संघर्षों को हल करने के लिए आपसी समझ और बातचीत पर भरोसा करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, मैं सभी सरकारों से इस संधि को लागू करने का आग्रह करता हूं, ताकि दुनिया हम सभी के लिए एक सुरक्षित जगह बन सके।
एकेके/जेएनएस
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source https://www.bhaskarhindi.com/national/news/dalai-lama-praised-treaty-banning-nuclear-weapons-178554