Protest: किसानों ने फिर ठुकराया कानूनों में संशोधन का प्रस्ताव, वापस लेने पर अड़े, सरकार को दी चेतावनी- आग से न खेलें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज बुधवार 28वें दिन भी जारी रहा। गतिरोध खत्म करने के लिए सरकार की ओर से एक बार फिर से बातचीत का प्रस्ताव भेजा गया, जिसे किसानों ने ठुकरा दिया। किसान संगठनों ने सरकार से कहा कि हम तीनों कानूनों में किसी भी प्रकार के बदलाव चाहते, बल्कि तीनों कानूनों को निरस्त करने की मांग करते हैं। किसानों ने इस बार चेतावनी देते हुए कहा है कि सरकार आग से न खेले वरना बड़ा नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि हमें सरकार की ओर से कोई ठोस प्रस्ताव मिलेगा तो उसपर विचार किया जा सकता है। ठोस प्रस्ताव भेजे सरकार बता दें कि सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर किसान संगठनों की बैठक बुलाई गई थी। इसके बाद किसान संगठनों ने कहा कि हम तीनों कानूनों में किसी भी प्रकार के बदलाव की बात नहीं कर रहे, बल्कि इन कानूनों को निरस्त करने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर जो प्रस्ताव सरकार से आया है उसमें कुछ भी साफ नहीं और स्पष्ट नहीं है। किसान संगठनों का कहना है कि सरकार की ओर से आया प्रस्ताव इतना खोखला और